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उद्देश्य:

यह योजना एक बहुउद्देशीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर बनाई गई है | लेकिन इसका प्रथम उद्देश्य प्रदेश के युवाओं में राष्ट्र की सीमाओं के प्रति समर्पण का भाव उत्पन्न कर राष्ट्रवाद की भावना को विकसित करना है, जिससे की युवा शक्ति को सैनिक – अर्धसैनिक बल के क्षेत्र में भविष्य निर्माण के लिए अभिप्रेरित किया जा सके |

लक्ष्य:

योजना का लक्ष्य है प्रदेश के युवाओं में राष्ट्रवाद की भावना का संचार करना | प्रत्येक जिले से प्रतिभाशाली युवाओं का चयन कर उन्हें विभिन्न समूहों में राष्ट्र की सीमाओं से लगे प्रक्षेत्रों (लोंगेवॉला, लेह, तानोत माता का मंदिर,हुसैनीवाला,कारगिल,कोच्चि,आर.एस.पुरा,वाघा-बॉर्डर आदि) में से किसी एक स्थल की अनुभव यात्रा पर भेजा गया | ताकि ये चयनित युवा यात्रा में प्राप्त अनुभवों को यात्रा उप्रन्त्समाज के अन्य लोगों के साथ बाँट कर प्रदेश में ‘राष्ट्रवाद’ की अलख जगा सकें|

योजना का क्रियान्वयन

1. योजना का क्रियान्वयन एवं व्यय का वहन खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है |
2. यात्रा के लिए युवाओं को ट्रैक सूट, टी-शर्ट,किट बैग प्रदान किये गए हैं|
3. सुरक्षा की द्रष्टि से प्रत्येक समूह के साथ दो विभागीय अधिकारी तथा एक पुलिस अधिकारी को भेजा गया है |
4. अनुभव यात्रा के लिए आवेदक विधिवता आवेदन पत्र तथा फिटनेस सर्टिफिकेट प्राप्त किया गया है |

चयन

प्रदेश के युवाओं से प्राप्त आवेदन पत्रों के आधार पर प्रत्येक जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा 5 युवक एवं 5 युवतियों का चयन लॉटरी द्वारा किया गया है | जिसमे एक एन.सी.सी., एक एन.एस.एस., एक राष्ट्रीय स्तर का खिलाडी एवं दो प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्त्ता शामिल किये गए हैं | इस प्रकार प्रदेश के 50 जिलों से 10 युवा प्रति (5 युवक-5युवतियाँ) के मान से 500 युवाओं का चयन अंतर्राष्ट्रीय सीमा की अनुभव यात्रा के लिए किया है| प्रथम चरण में प्रदेश के 361 युवाओं को देश के आठ महत्वपूर्ण स्थलों की अनुभव यात्रा कराई गई |


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